शब्द रचना एवं शब्द भेद: अगर आप किसी भी कॉम्पिटेटिव एक्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो आपके हिंदी के विषय में शब्द रचना एवं शब्द भेद चैप्टर जरूर होंगे। इस चैप्टर को क्लियर करने के लिए यहां पर पूरा डिटेल जानकारी दिया गया है। इस लेख में शब्द के सभी प्रकार से भेद तथामहत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिया गया है, जिसे पढ़कर आप शब्द रचना एवं शब्द वेद चैप्टर को पूरा क्लियर कर सकते हैं। और इससे पूछे जाने वाले प्रश्नों को आसानी से सॉल्व कर सकते हैं।
शब्द किसे कहते हैं शब्द के कितने भेद होते हैं?
शब्द: वर्णों के मेल से बने सार्थक ध्वनि समूह को शब्द कहते हैं।
उदाहरण:
ह् + आ + ध् + ई = हाथी
ष् + अ + व् + अ + ण = श्रवण
शब्दों के भेद: हिन्दी व्याकरण में शब्दों को चार प्रकार से वर्गीकृत किया जाता है:
1. अर्थ की दृष्टि से
2. उद्गम की दृष्टि से
3. रचना की दृष्टि से
4. प्रयोग या व्यवहार की दृष्टि से
अर्थ के आधार पर शब्द के भेद कितने होते हैं?
1. अर्थ की दृष्टि से शब्द भेद: अर्थ के आधार पर शब्दों को दो भागों में बाँटा जाता है:
सार्थक शब्द: वे शब्द जिनका कोई निश्चित अर्थ होता है, सार्थक शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: कलम, कमल, घर, दीवार आदि।
निरर्थक शब्द: वे शब्द जिनका कोई अर्थ नहीं होता, निरर्थक शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: टी-टी, कें-क, पे-पें, घे- आदि।
उत्पत्ति के आधार पर शब्द के कितने भेद हैं?
2. उद्गम की दृष्टि से शब्द भेद: उत्पत्ति के आधार पर शब्दों को चार भागों में बाँटा जाता है:
तत्सम: संस्कृत भाषा के वे शब्द जो बिना किसी परिवर्तन के हिंदी में प्रयुक्त होते हैं, तत्सम शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: अवकाश, ध्वनि, वृक्ष, दुग्ध, हस्त, पुत्र, शिक्षा आदि।
तद्भव: संस्कृत भाषा के वे शब्द जो कुछ रूप परिवर्तन के साथ हिंदी में प्रयुक्त होते हैं, तद्भव शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: हाथ, रात, खेत, किसान, दूध, आग, मुँह, काम, कपूर आदि।
देशज: वे शब्द जो भारत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचलित बोलचाल की भाषाओं से हिंदी में आए हैं, देशज शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: डोरी, पगड़ी, जूता, पैसा, डोरा, पेट, खिचड़ी आदि।
विदेशज: वे शब्द जो विदेशी भाषाओं जैसे अंग्रेजी, अरबी, उर्दू, फारसी आदि से हिंदी में आए हैं, विदेशज शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण:
अंग्रेजी से: टेबुल, बेंच, स्कूल, कम्पनी, पुलिस, गार्ड आदि।
अरबी से: अखबार, कलम, किताब, कानून, तारीख, रईस आदि।
फारसी से: आदमी, आसमान, गर्दन, गुलाब, चीज, जमीन आदि।
रचना के आधार पर शब्द के कितने भेद हैं?
3. रचना की दृष्टि से शब्द भेद: रचना के आधार पर शब्दों को तीन भागों में बाँटा जाता है:
रूढ़: वे शब्द जिनके खंडों को अलग करने पर कोई अर्थ नहीं निकलता, रूढ़ शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: घर, आज, कल, यहाँ, वहाँ, छोटा, पुस्तक, गाड़ी आदि।
यौगिक: वे शब्द जो दो या दो से अधिक शब्दों या शब्दांशों के मेल से बनते हैं और जिनके खंडों का अलग-अलग अर्थ होता है, यौगिक शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: विद्यालय, विद्यार्थी, स्नानघर, अनपढ़, बैलगाड़ी आदि।
योगरूढ़: वे शब्द जो सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हैं, योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं।
उदाहरण: जलज (कमल), पंकज (कमल), दशानन (रावण), जलद (बादल), लम्बोदर (गणेश) आदि।
प्रयोग के आधार पर शब्द के कितने भेद होते हैं?
4. प्रयोग या व्यवहार की दृष्टि से शब्द भेद: प्रयोग के आधार पर शब्दों को दो भागों में बाँटा जाता है:
अविकारी शब्द: वे शब्द जिनमें लिंग, वचन, कारक और पुरुष के अनुसार कोई परिवर्तन नहीं होता, अविकारी शब्द कहलाते हैं। इन्हें अव्यय भी कहा जाता है।
उदाहरण: आज, कल, यहाँ, वहाँ, लेकिन, परन्तु, सदा आदि।
विकारी शब्द: वे शब्द जिनमें लिंग, वचन, कारक और पुरुष के अनुसार परिवर्तन होता है, विकारी शब्द कहलाते हैं।
इसके चार भेद हैं: संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया।
हिंदी व्याकरण प्रश्न उत्तर
निर्देश (प्रश्न 1 से 15 तक): प्रत्येक वर्ग में चार शब्द दिए गए हैं, इनमें से कौन-सा एक शब्द तत्सम है?
- (A )ध्रुम (B) हाथ (C) माला (D) धूप
- (A) उछाह (B) उत्साह (C) उच्छास (D) गुफा
- (A) क्षत्रिय (B) क्षत्री (C) खत्री (D) गेहूँ
- (A) चोंच (B) ग्रीवा (C) कतरनी (D) होठ
- (A) उपास (B) अकाज (C) कंकण (D) करोड़
- (A) गोधूम (B) चावल (C) जोधा (D) मामा
- (A) चंचु (B) गर्दन (C) मुखड़ा (D) कंगन
- (A) चैत (B) क्वार (C) महीना (D) फाल्गुन
- (A) मारग (B) याचक (C) जोति (D) कोयल
- (A) धरनी (B) धरती (C) धैर्य (D) निवाह
- (A) मामा (B) लोमश (C) भगत (D) घोसी
- (A) गात्र (B) शरीर (C) कन्नौजिया (D) भानजा
- (A) जय (B) जब (C) जाचक (D) जोधा
- (A) अच्छत (B) अक्षप (C) काठ (D) औतार
- (A) अनमना (B) असीस (C) उलूक (D) कंगन
Hindi Vyakaran Questions For Competitive Exams
निर्देश (प्रश्न 16 से 30 तक): प्रत्येक वर्ग में चार शब्द दिए गए हैं, इनमें से कौन-सा एक शब्द तद्भव है?
- (A) मामा (B) पितृव्य (C) पौत्र (D) वयोवृद्ध
- (A) निडर (B) दोपहर (C) साहस (D) रेलगाड़ी
- (A) चित्रकार (B) अवतार (C) स्वामी (D) पत्थर
- (A) कर्त्तरा (B) पुस्तक (C) गात्र (D) जेठ
- (A) कुक्कुर (B) श्वान (C) कूकुर (D) सिंह
- (A) चकवा (B) चित्रक (C) वधिक (D) स्टेशन
- (A) कागज (B) कतरनी (C) घोसी (D) क्षण
- (A) भागनेय (B) पत्नी (C) भतीजा (D) मातुल
- (A) जनवासा (B) काक (C) कुष्ठ (D) वाल्मीकि
- (A) कान्यकुब्ज (B) सिंगल (C) कोयल (D) यश
- (A) गाहक (B) ग्राहक (C) अक्षत (D) महल
- (A) राजा (B) सम्राट (C) ज्योति (D) रोशनी
- (A) पथिक (B) यात्री (C) मारग (D) अजीर्ण
- (A) शीशम (B) आम्र (C) शिंशुमार (D) शैशव
- (A) वाल्मीकि (B) यव (C) नदी (D) बालक
उत्तरमाला:
- (A)
- (B)
- (A)
- (B)
- (C)
- (A)
- (A)
- (D)
- (B)
- (C)
- (B)
- (A)
- (A)
- (B)
- (C)
- (A)
- (A)
- (D)
- (D)
- (C)
- (A)
- (B)
- (C)
- (A)
- (C)
- (A)
- (A)
- (C)
- (A)
- (A)
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